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बिहार में अंक-कोड से होगी जातियों की पहचान, 216 जातियों की कोड तय होगी अलग-अलग जाति का आबादी
बिहार में अंक-कोड से होगी जातियों की पहचान, 216 जातियों की कोड तय होगी अलग-अलग जाति का आबादी
15 अप्रैल से 15 मई तक घर-घर होगा जाति का सर्वेक्षण
by
Arun Pandey,
April 04, 2023
in
ओपिनियन
अरुण कुमार पाण्डेय
बिहार में जातियों का सवें पहचान कोड से आधार पर होगा. प्रत्येक जाति का अलग-अलग अंक-कोड निर्धारित किया गया। प्रदेश की जाति सूची में शामिल 216 जातियों का अंक-कोड में सर्वे से उनकी आबादी का खुलासा होगा.
जाति आधारित गणना के प्रपत्र के अलावा पोर्टल और एप पर जातियों के नाम के साथ यह विशेष अंक रहेगा. बता दें गणनाकर्मी जाति पूछकर यह अंक लिखेंगे.
दूसरे चरण की घर-घर जाति की गणना 15 अप्रैल से होने वाली है। जिसमें 215 और एक अन्य मिलाकर कुल 216 जातियों की आबादी की गिनती होगी. ।
बिहार सरकार की सूची में 214 जातियां हैं। सूची के अनुसार अनुसूचित जाति में 22, अनुसूचित जनजाति में 32, पिछड़ा वर्ग में 30, अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) में 113 और उच्च जाति में 7 की गणना करनी है।
बिहार सरकार की जाति सूची
अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी)
क्र.सं.जाति
1कपरिया
2कानू
3कलन्दर
4कोछ
5कुर्मी (महतो) झारखंड क्षेत्र
6केवट (कउट)
7कादर
8कोरा
9कोरकू
10केवर्त
11खटवा
12खतौरी
13खंगर
14खटिक
15खेलटा
16गोड़ी (छावी)
17गंगई
18गंगोता
18गंधर्व
19गुलगुलिया
20चांय
21चपोता
22चन्द्रवंशी(कहार, कमकर)
23टिकुलहार
24तेली (हिंदु एवं मुस्लिम)
25दांगी
पिछड़ा वर्ग
क्र.सं.जाति
1कुशवाहा (कोईरी)
2कागजी
3कोस्ता
4गद्दी
5घटवार
6चनउ
7जदुपतिया
8जोगी
9नालबंद (मुस्लिम)
10परथा
11बनिया
12यादव-(ग्वाला, अहीर, गोरा, घासी, मेहर, सदगोप, लक्ष्मी नारायण गोला)
13रौतिया
14शिवहरी
15सोनार
16सुकियार
17ईसाई धर्मावलंबी (हरिजन)
18ईसाई धर्मावलंबी (अन्य पिछड़ी जाति)
18कुर्मी
19भाट,भट
20ब्रह्मभट्ट (हिंदू)
21जट (हिन्दू) (सहरसा, सुपौल, मधेपुरा और अररिया जिलों के लिए)
22मडरिया (मुस्लिम भागलपुर जिला के सन्हौला प्रखंड एवं बांका जिला के धोरैया प्रखंड के लिए)
23दोनवार (केवल मधुबनी और सुपौल जिला)
24सुरजापुरी मुस्लिम (शेख, सैयद, मल्लिक, मोगल, पठान को छोडकर केवल पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज एवं अररिया जिले में)
25मलिक (मुस्लिम)
26राजवंशी (रिसिया एवं पोलिया)
27छीपी
28गोस्वामी,सन्यासी
29अतिथ /अथित, गोसाई, जति/यती, ईटफरोश/ गदहेडी
30सैंथवार, किन्नर/कोथी/हिजड़ा/ट्रांसजेंडर
उच्च जाति
क्र.सं.जाति
1भूमिहार
2ब्राह्मण
3राजपूत
4ठाकुर
5पठान
6कायस्थ
7बरनवाल
अनुसूचित जाति
क्र.सं.जाति
1बंतार
2बौरी
3भोगता
4भुईया
5चमार
6मोची
7चौपाल
8दबगर
9धोबी
10डोम
11धनगड
12दुसाध
13धारी
14धारही
15घासी
16हलालखोर
17हरि
18मेहतर
19भंगी
20कंजर
21कुररियार
22लालबेगी
अनुसूचित जनजाति
क्र.सं.जाति
1असुर
2अगरिया
3बैगा
4बेदिया
5बिनझिया
6बिरहोर
7बिरजिया
8चेरो
9चिक
10बराइक
11बरैक
12गोंड
13गोरेत
14हो
15करमाली
16खरिया
17धेलकी खरिया
18दूध खरिया
19हिल खरिया
20खरवार
21खोंड
22नगेसिया
अन्य जातियाँ
क्र.सं.जाति
1गोलवाड़ा
2बंगाली कायस्थ
3दारजी
4खत्री
5धारामी
6सुतिहार
7नवसूद
8भूमिज
9बहेलिया
10रस्तोगी
11केवानी
बिहार सरकार ने 6 जून 2022 को बिहार में जाति सर्वेक्षण कराने के लिए अधिसूचना जारी की थी।इसके लिए अधिकारियों से लेकर गणनाकर्मियों तक को 11 अप्रैल तक प्रशिक्षण दिया जाना है.
जातियों सर्वेक्षण के बाद सामान्य से लेकर अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा व अति पिछड़ा वर्ग की जातियों के लिए एक कोड होगा. इस कोड या अंक का उपयोग भविष्य की योजनाएं तैयार करने, आवेदन और अन्य रिपोर्ट में किया जा सकेगा.
बनिया जाति में सूड़ी, गोदक, मायरा, रोनियार, पंसारी, मोदी, कसेरा, केसरवानी, ठठेरा, कलवार, कमलापुरी वैश्य, माहुरी वैश्य, बंगी वैश्य, वैश्य पोद्दार, बर्नवाल, अग्रहरी वैश्य, कसौधन, गंधबनिक, बाथम वैश्य, गोलदार आदि शामिल हैं. 216 जातियों के कोड में एक नंबर पर अगरिया जाति है. अन्य का कोड 216 है. 215वां कोड केवानी जाति के लिए है.पटना में 12 हजार 831 गणना कर्मियों को 15 अप्रैल से 15 मई तक 73 लाख 52 हजार 729 लोगों की गणना करनी है.
सवर्ण जातियों में कायस्थ का कोड 22, ब्राह्मण के लिए 128, राजपूत के लिए 171, भूमिहार के लिए 144 अंक-कोड निर्धारित है।कुर्मी जाति का अंक 25 ,कुशवाहा कोइरी का 27 और यादव जाति में ग्वाला, अहीर, गोरा, घासी, मेहर, सदगोप, लक्ष्मीनारायण गोला के लिए कोड अंक 167 है.
जाति जनगणना के लिए एक व्यक्ति की गणना एक ही स्थान से होगी. यदि कोई व्यक्ति कहीं और भी रहता है तो उससे पूछकर एक जगह से गणना की जाएगी. यदि कोई दोहराव होगा तो एप या पोर्टल उसे पकड़ लेगा. इस तरह से दोहरी प्रविष्टि की संभावना पूरी तरह खत्म हो जाएगी. इसके साथ पांच स्तरों पर डाटा की जांच भी की जाएगी.
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